उन्होंने बताया कि अभियान की सफलता में विद्यालयों, महाविद्यालयों, युवा संगठनों, विभिन्न विभागों तथा समुदाय की सक्रिय सहभागिता रही। व्यापक जनभागीदारी, प्रभावी क्रियान्वयन एवं सशक्त जन-जागरूकता अभियानों के चलते जिले को यह उपलब्धि प्राप्त हुई। यह कार्यक्रम 6 अक्टूबर से प्रारंभ होकर 8 दिसंबर को सफलतापूर्वक संपन्न हुआ, अभियान के दौरान जिले में तंबाकू निषेध शपथ कार्यक्रम, जागरूकता रैलियां, पोस्टर एवं स्लोगन प्रतियोगिताएं, डिजिटल आउटरीच तथा काउंसलिंग गतिविधियां प्रभावी रूप से आयोजित की गईं। इन प्रयासों से युवाओं में तंबाकू के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूकता बढ़ी एवं तंबाकू मुक्त वातावरण को सुदृढ़ करने में महत्वपूर्ण योगदान मिला।
जिला प्रशासन ने इस उपलब्धि के लिए अभियान से जुड़े सभी विभागों, शिक्षण संस्थानों, स्वयंसेवी संगठनों, मीडिया एवं आमजन का आभार व्यक्त किया है तथा भविष्य में भी तंबाकू मुक्त समाज के निर्माण हेतु निरंतर प्रयास जारी रखने का संकल्प दोहराया है, डॉ. गेट ने बताया कि तंबाकू उपयोग की रोकथाम के साथ जिला टीबी मुक्त जिला बनने की दिशा में भी अग्रसर है। कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. ललित शर्मा ने कहा कि तंबाकू का सेवन छोड़ने से गैर-संचारी रोगों जैसे उच्च रक्तचाप, मधुमेह, श्वसन रोग एवं कैंसर जैसी घातक बीमारियों की संख्या में भी कमी आएगी।

