किशनगढ़ बास,अलवर मेवात शिक्षा एवं विकास संस्थान (एमिड), राजस्थान द्वारा आज किशनगढ़ बास स्थित ब्लू मून होटल में “बेहतर कल के लिए पहल” परियोजना के अंतर्गत एक महत्वपूर्ण मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य उन किशोरी बालिकाओं को शिक्षा से जोड़ने पर चर्चा करना रहा, जो किसी न किसी कारणवश पढ़ाई से वंचित रह जाती हैं या ड्रॉपआउट हो जाती हैं।
कार्यशाला में पत्रकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं शिक्षा क्षेत्र से जुड़े प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में एमिड द्वारा मेवात क्षेत्र में किशोरी बालिकाओं की शिक्षा, उनके पुनः नामांकन, क्षमता विकास और सामाजिक जागरूकता के लिए किए जा रहे प्रयासों की विस्तार से जानकारी दी गई। बताया गया कि संस्था निरंतर ऐसे परिवारों से संवाद कर रही है, जहां आर्थिक, सामाजिक या पारिवारिक कारणों से बालिकाएं शिक्षा से दूर हो जाती हैं, ताकि उन्हें दोबारा स्कूल और कॉलेज से जोड़ा जा सके।
इस अवसर पर नूर मोहम्मद ने कहा कि मीडिया की भूमिका समाज में शिक्षा के प्रति सकारात्मक माहौल बनाने में अत्यंत महत्वपूर्ण है। यदि बालिकाओं की शिक्षा से जुड़ी समस्याओं और सफल कहानियों को सही तरीके से सामने लाया जाए, तो समाज में बड़ा बदलाव संभव है। उन्होंने मीडिया से अपील की कि वे किशोरी बालिकाओं की शिक्षा से जुड़े मुद्दों को प्रमुखता से उठाएं।वहीं आशा नारंग ने कहा कि बालिकाओं की शिक्षा केवल एक परिवार की नहीं, बल्कि पूरे समाज की जिम्मेदारी है। उन्होंने बताया कि एमिड द्वारा की जा रही पहल से सैकड़ों बालिकाओं को दोबारा पढ़ाई से जोड़ा गया है और आज वे आत्मनिर्भर बनने की दिशा में आगे बढ़ रही हैं। शिक्षा से जुड़कर बालिकाएं न केवल अपने भविष्य को संवार रही हैं, बल्कि अपने परिवार और समाज को भी सशक्त बना रही हैं।
कार्यशाला के अंत में सभी प्रतिभागियों ने सामूहिक रूप से यह संकल्प लिया कि किशोरी बालिकाओं की शिक्षा को लेकर जागरूकता बढ़ाने और उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने के लिए निरंतर सहयोग किया जाएगा।
