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विरोध प्रदर्शन के साथ दूसरे दिन भी बंद रहा खैरथल

विरोध प्रदर्शन के साथ दूसरे दिन भी बंद रहा खैरथल

संवाददाता:दीपचन्द,खैरथल, जिले का नाम व मुख्यालय बदलने के विरोध में खैरथल में चल रहा आंदोलन लगातार उग्र रूप लेता जा रहा है। आज दूसरे दिन भी बाजार पूरी तरह से बंद रहे। सड़कों पर सन्नाटा और दुकानों के शटर गिरे रहे, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।

सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि आंदोलन पूरी तरह शांतिप्रिय रहेगा, लेकिन खैरथलवासी किसी भी कीमत पर अपना हक लेकर ही रहेंगे। उनका कहना है कि जिले का मुख्यालय खैरथल में ही रहेगा और नाम बदलने का फैसला स्वीकार्य नहीं है।

✦ कांग्रेस पार्षदों ने दिया सामूहिक इस्तीफा

आज आंदोलन को बड़ा मोड़ तब मिला जब नगर परिषद खैरथल के सभी कांग्रेस पार्षदों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा दे दिया। पार्षदों का कहना है कि जनता की भावनाओं के खिलाफ कोई भी निर्णय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और वे हर परिस्थिति में लोगों के साथ खड़े हैं।

✦ कल भी रहेगा खैरथल बंद

आन्दोलनकारियों ने ऐलान किया है कि कल भी खैरथल पूरी तरह से बंद रहेगा। आवश्यक वस्तुओं की दुकानें भी केवल सुबह 10 बजे तक ही खुलेंगी ताकि लोगों को बुनियादी सामान की परेशानी न हो।

✦ जनता की प्रतिक्रिया

लोगों का कहना है कि यदि सरकार ने जल्द ही उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो आंदोलन और तेज़ किया जाएगा। युवाओं, महिलाओं और व्यापारी वर्ग की भागीदारी से आंदोलन को और मजबूती मिल रही है।

✦ राजनीतिक समीकरण और सवाल

पार्षदों के सामूहिक इस्तीफे से नगर परिषद की राजनीति में हलचल मच गई है। अब बड़ा सवाल यह है कि—

  • क्या इस्तीफों और लगातार बंद से सरकार पर दबाव बढ़ेगा?
  • क्या यह आंदोलन आगामी चुनावी समीकरणों को प्रभावित करेगा?

चूंकि नगर परिषद अध्यक्ष और पार्षदों के चुनाव में महज 6 महीने का समय शेष है, ऐसे में यह आंदोलन स्थानीय राजनीति को पूरी तरह बदल सकता है।

👉 फिलहाल, खैरथल की जनता सरकार के अगले कदम पर नजर गड़ाए बैठी है।

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