मुंडावर कसबे की संकरी गलियां और अनियंत्रित ट्रैफिक व्यवस्था लोगों की मुसीबत का सबब बन चुकी हैं। नगर के आदर्श नगरपालिका मुंडावर ग्रुप पर लोग रोजाना प्रशासन को टैग कर चुटकी लेते नजर आते हैं — “प्रशासन अपनी मस्ती में मस्त, जनता है त्रस्त।” सोशल मीडिया पर आए दिन नागरिकों के वीडियो और पोस्ट वायरल होते हैं, जिनमें जाम के बीच फंसे एंबुलेंस व स्कूली वाहन साफ देखे जा सकते हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क किनारे अतिक्रमण और अवैध पार्किंग की वजह से सड़क की चौड़ाई आधी रह गई है। दुकानदारों द्वारा अतिक्रमण हटाने के बावजूद कुछ दिनों बाद फिर वही स्थिति बन जाती है। नगर प्रशासन की निष्क्रियता और यातायात पुलिस की लापरवाही के कारण यह समस्या दिनोंदिन बढ़ती जा रही है।
व्यापारी वर्ग का कहना है कि ग्राहकों को जाम में फंसे देखकर व्यापार पर भी असर पड़ रहा है। वहीं आम नागरिकों का कहना है कि बार-बार शिकायतों के बावजूद कोई स्थायी समाधान नहीं निकल पाया।
लोगों ने सोशल मिडिया के माध्यम जिला प्रशासन और नगरपालिका अधिकारियों से मांग की है कि मुंडावर कसबे में ट्रैफिक नियंत्रण के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं, सड़कों से अतिक्रमण हटाया जाए और पुलिस की गश्त बढ़ाई जाए ताकि नगरवासियों को इस रोजाना के जाम से राहत मिल सके।
जवाबदेही तय करना समय की जरूरत है — प्रशासन कब जागेगा, यही अब बड़ा सवाल बन गया है।
