अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने बताया कि डंपिंग यार्ड के एंट्री गेट पर तो गार्ड मौजूद थे, लेकिन पीछे की ओर पहाड़ी क्षेत्र में आग की घटना दर्ज की गई थी। इस पर रीको यूनिट प्रथम को अतिरिक्त चार गार्ड नियुक्त करने के निर्देश दिए गए, ताकि पूरे क्षेत्र में चौकसी बढ़ाई जा सके। वहीं नगर परिषद भिवाड़ी को निर्देशित किया गया कि कचरे को एक निर्धारित हिस्से में ही डाला जाए और आग की रोकथाम के लिए वहां पर्याप्त कार्मिकों की तैनाती सुनिश्चित की जाए, रीको यूनिट प्रथम को डंपिंग यार्ड की सुरक्षा और निगरानी को मजबूत बनाने के लिए 10 सीसीटीवी कैमरे लगाने, फायर गाड़ियों के लिए उच्च क्षमता की मोटर स्थापित करने, पानी के दबाव में सुधार करने तथा मौके पर एक पानी भंडारण टैंक तैयार करने के निर्देश दिए गए। इसके अलावा, डंपिंग यार्ड में 24 घंटे के लिए एक जेसीबी मशीन तैनात करने का भी आदेश दिया गया, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके।
अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने डंपिंग यार्ड में अवैध प्रवेश कर सिगरेट या बीड़ी पीने वालों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस उप अधीक्षक भिवाड़ी को कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। ऐसे मामलों को सार्वजनिक उपद्रव मानते हुए बीएनएस की उपयुक्त धाराओं में केस दर्ज कर प्रकरण को उपखंड अधिकारी टपूकड़ा के समक्ष प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है। साथ ही, प्रदूषण नियंत्रण के तहत दिन में दो बार—सुबह 9 बजे और शाम 6:30 बजे—निर्माण स्थलों, खुले में पड़ी निर्माण सामग्री, वाहन परिवहन और धुआं छोड़ने वाली औद्योगिक इकाइयों पर कार्रवाई करने के लिए संबंधित अधिकारियों को भी निर्देश जारी किए गए हैं, इसके साथ गठित संयुक्त 2 दलों की कार्रवाइयों का निरीक्षण भी करेंगे। निरीक्षण के दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर भिवाड़ी सुमित्रा मिश्र, आयुक्त नगर परिषद भिवाड़ी मुकेश कुमार, क्षेत्रीय प्रबंधक राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अमित जुयाल, एसआरएम रीको यूनिट प्रथम, यूनिट हेड रीको यूनिट द्वितीय और फायर अधिकारी मौके पर उपस्थित रहे।
