संवाददाता: देवराज मीणा
खैरथल-तिजारा, 5 अगस्त। संपूर्ण राज्य में अतिशीघ्र प्रारंभ होने वाले विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम को लेकर जिले में तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी श्री किशोर कुमार ने बताया कि कार्यक्रम की सभी पूर्व तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य मतदाता सूची की गुणवत्ता में सुधार करना है, ताकि मृत, स्थानांतरित एवं दोहरी प्रविष्टियों वाले मतदाताओं की पहचान कर वास्तविक मतदाताओं को मतदाता सूची में सम्मिलित किया जा सके।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग की आधिकारिक घोषणा के पश्चात बीएलओ हाउस-टू-हाउस सर्वे करेंगे। इस दौरान प्रत्येक मतदाता को गणना प्रपत्र वितरित किया जाएगा, जिसे भरकर आवश्यक दस्तावेजों के साथ बीएलओ को जमा कराना होगा। बाद में ये प्रपत्र निर्वाचक पंजीकरण अधिकारी (एसडीएम) कार्यालय में जमा होंगे।
मतदाताओं की चार श्रेणियां और दस्तावेज
विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम में मतदाताओं को चार श्रेणियों में बांटा गया है—
• श्रेणी A – जिनका नाम 2002 की वोटर लिस्ट में दर्ज है, उन्हें केवल गणना प्रपत्र भरना होगा, कोई दस्तावेज आवश्यक नहीं।
• श्रेणी B – जिनका नाम 2002 की लिस्ट में नहीं है, लेकिन जन्म 1 जुलाई 1987 से पूर्व हुआ है। ऐसे मतदाता को स्वयं का 1 दस्तावेज गणना प्रपत्र के साथ जमा करना होगा।
• श्रेणी C – जिनका नाम 2002 की वोटर लिस्ट में नहीं है और जन्म 1 जुलाई 1987 से 2 दिसंबर 2004 के बीच हुआ है। ऐसे मतदाता को 2 दस्तावेज (स्वयं का + माता या पिता का) जमा करना होगा।
• श्रेणी D – जिनका नाम 2002 की वोटर लिस्ट में नहीं है और जन्म 2 दिसंबर 2004 के बाद हुआ है। ऐसे मतदाता को 3 दस्तावेज (स्वयं का + माता + पिता) जमा करना होगा।
विशेष छूट और शर्तें
• यदि श्रेणी C व D के मतदाता के माता-पिता का नाम 2002 की वोटर लिस्ट में दर्ज है, तो अन्य पहचान दस्तावेज की आवश्यकता नहीं। केवल संबंधित पृष्ठ की प्रति एवं स्वयं का दस्तावेज पर्याप्त होगा।
• यदि माता-पिता का नाम 2002 की वोटर लिस्ट में नहीं है, तो निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित दस्तावेज माता-पिता के लिए भी जमा करने होंगे।
जिला निर्वाचन अधिकारी किशोर कुमार ने जिले के सभी मतदाताओं से अपील की है कि वे अपनी श्रेणी के अनुसार आवश्यक दस्तावेज तैयार रखें, ताकि बीएलओ के सर्वे के दौरान तुरंत दस्तावेज उपलब्ध कराए जा सकें। उन्होंने विद्यालय और महाविद्यालय के छात्रों, शिक्षकों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सरकारी कार्मिकों एवं जनप्रतिनिधियों से अपील की है कि वे इस अभियान के प्रचार-प्रसार में सक्रिय सहयोग दें, ताकि जिले में विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हो सके।