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अनदेखी की हद — बहरोड़-खैरथल मार्ग पर अनुबंध बसों से बढ़ा हादसों का खतरा

अनदेखी की हद — बहरोड़-खैरथल मार्ग पर अनुबंध बसों से बढ़ा हादसों का खतरा

अनदेखी की हद — बहरोड़-खैरथल मार्ग पर अनुबंध बसों से बढ़ा हादसों का खतरा
संवाददाता — संदीप कुमार, बहरोड़

बहरोड़/सोडावास, बहरोड़–सोडावास–मुंडावर–खैरथल स्टेट हाईवे-108 पर राजस्थान परिवहन निगम (कोटपूतली आगार) की अनुबंध बसों के संचालन से यात्रियों की सुरक्षा पर प्रश्नचिह्न लग गया है। इस मार्ग पर आए दिन दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी आंखें मूंदे बैठे हैं।

यात्रियों का कहना है कि रोडवेज प्रशासन ने इस मार्ग पर अनुबंधित बसें लगाई हैं, जिनमें न तो समय की पाबंदी है और न ही सुरक्षा का ध्यान रखा जाता है। वहीं महिलाओं की सुरक्षा को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।

स्थानीय लोगों के अनुसार इन अनुबंध बसों के चालक और परिचालक यात्रियों से लगेज (सामान) के नाम पर अतिरिक्त राशि वसूलते हैं, जिससे राजस्थान परिवहन निगम को भारी राजस्व हानि हो रही है और यात्रियों को आर्थिक व मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए मुंडावर के पूर्व विधायक मनजीत धर्मपाल चौधरी, सोडावास सरपंच सरजीत चौधरी तथा मुंडावर प्रधान प्रतिनिधि महेश गुप्ता ने संयुक्त रूप से रोडवेज के निदेशक पुरुषोत्तम भारद्वाज को ज्ञापन भेजा है। ज्ञापन में मांग की गई है कि इस मार्ग पर केवल निगम की मूल बसें ही संचालित की जाएं ताकि यात्रियों को सुरक्षित व समयबद्ध यात्रा सुविधा मिल सके।

ग्रामीणों का आरोप है कि अनुबंध बसों के चालक यात्रियों से दुर्व्यवहार करते हैं और आए दिन हादसों की घटनाएं बढ़ रही हैं। हाल ही में 12 नवंबर (बुधवार) को सोडावास पुलिस चौकी के पास लगेज वसूली को लेकर विवाद का मामला भी सामने आया, जिसकी शिकायत उच्च अधिकारियों तक पहुंच चुकी है।

क्षेत्रवासियों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र उचित कदम नहीं उठाए गए, तो ग्रामीण आंदोलन करने को मजबूर होंगे। अब देखना यह है कि कोटपूतली आगार प्रबंधक और यातायात विभाग यात्रियों के हित में क्या ठोस कदम उठाते हैं।

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