संवाददाता – अनिल बजाज, मुंडावर
अभियान रक्तदान महादान है: जरूरतमंदों को वक्त पर रक्त देकर बचाई जा रही ज़िंदगियाँ, आज के दौर में जहाँ इंसानियत कहीं खोती जा रही है, वहीं "मानवता एक मिशन अभियान" जैसे प्रयास समाज में नई उम्मीद जगा रहे हैं। राजस्थान और हरियाणा के युवाओं द्वारा चलाया जा रहा यह अभियान निरंतर रक्तदान के ज़रिए ज़रूरतमंदों की ज़िंदगी बचाने में अहम भूमिका निभा रहा है।
रोजाना आते हैं रक्त की जरूरत वाले संदेश
इस अभियान के तहत हर दिन किसी न किसी मरीज के लिए ब्लड डोनेशन रिक्वेस्ट आती है। अब तक हजारों की संख्या में मरीजों की मदद की जा चुकी है। टीम के सदस्य हर वक्त सेवा भाव से तैयार रहते हैं।
नीमराना की 12 साल की बच्ची को मिला समय पर रक्त
आज एक बार फिर इस अभियान की सक्रियता देखने को मिली जब नीमराना के मनोहर हॉस्पिटल में भर्ती 12 वर्षीय बच्ची को तत्काल 3 यूनिट AB पॉजिटिव ब्लड की आवश्यकता पड़ी। बच्ची आईसीयू में भर्ती थी और स्थिति गंभीर थी।
आनंदपुर (बावल) से आए दो युवा बने मसीहा
सूचना मिलते ही मानवता एक मिशन से जुड़े शुभम पुत्र अशोक और विक्रांत पुत्र अशोक, दोनों भाई आनंदपुर (बावल), हरियाणा से राठ ब्लड बैंक पहुंचे और तुरंत रक्तदान कर बच्ची की जान बचाई। यह न सिर्फ मानवता की मिसाल है बल्कि युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत भी।
रक्तदान को लेकर युवाओं ने दिया संदेश
रक्तदान एक पुण्य कार्य है, जिसे हर स्वस्थ व्यक्ति को करना चाहिए। वक्त पर रक्त देकर किसी की जान बचाना ही सच्चा धर्म और सच्ची मानवता है।
मानवता एक मिशन: समाज सेवा की अनूठी मिसाल
इस अभियान का उद्देश्य है – "हर जरूरतमंद को वक्त पर रक्त मिले और कोई भी जान सिर्फ ब्लड की कमी से न जाए।"
आज ये मिशन एक सामाजिक आंदोलन बनता जा रहा है जिसमें हर उम्र के लोग भाग ले रहे हैं।