अनिल बजाज -- ब्यूरो चीफ खैरथल-तिजारा
निरीक्षण के दौरान जिला कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिले में सभी जर्जर, क्षतिग्रस्त या संभावित रूप से असुरक्षित भवनों की पहचान कर उनकी तकनीकी जांच करवाई जाए और मरम्मत हेतु प्रस्ताव संबंधित विभाग को तुरंत भेजे जाएं।
आंगनबाड़ी केंद्र बास कृपाल नगर में सीलन और दरार वाले कमरे में बच्चों को न बैठाने के निर्देश दिए गए। कलेक्टर ने कहा कि बच्चों को केवल सुरक्षित कमरों में ही पढ़ाया जाए। चामरोदा के विद्यालय निरीक्षण में एक कमरा जर्जर स्थिति में पाया गया, जिसे नियम अनुसार तुड़वाने के निर्देश दिए गए।
कलेक्टर किशोर कुमार ने सभी संस्था प्रमुखों को स्पष्ट निर्देश दिए कि किसी भी स्थिति में जर्जर कमरों का उपयोग न करें। यदि कोई भवन या कमरा असुरक्षित लगे, तो उसका उपयोग तुरंत बंद कर उच्च अधिकारियों को सूचना दें। उन्होंने वर्षा ऋतु के दौरान भवनों की नियमित निगरानी, छतों पर जलभराव रोकने, दरार या झुकाव दिखने पर तत्काल तकनीकी जांच और समय-समय पर छोटे-मोटे मरम्मत कार्य कराने पर जोर दिया।
उन्होंने संभावित क्षतिग्रस्त भवनों की तकनीकी रिपोर्ट बनवाकर मरम्मत हेतु प्रस्ताव भेजने के भी निर्देश दिए गए। इस निरीक्षण के दौरान उपखंड अधिकारी किशनगढ़ बास मनीष कुमार जाटव सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।