जम्मू-कश्मीर: दिनांक: 9 मई 2025 भारत-पाक अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर तनाव एक बार फिर उस समय बढ़ गया जब पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइलों ने जम्मू, पठानकोट और उधमपुर स्थित भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि यह हमला गुरुवार सुबह किया गया, लेकिन भारतीय सुरक्षा बलों ने त्वरित और प्रभावशाली कार्रवाई करते हुए सभी खतरों को बेअसर कर दिया।
रक्षा मंत्रालय ने ट्वीट किया,
"आज जम्मू-कश्मीर में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइलों द्वारा जम्मू, पठानकोट और उधमपुर में सैन्य स्टेशनों को निशाना बनाया गया। स्थापित मानक संचालन प्रक्रियाओं (SOP) के अनुरूप गतिज और गैर-गतिज क्षमताओं का उपयोग करके खतरों को तेजी से बेअसर कर दिया गया। किसी के हताहत होने या भौतिक नुकसान की सूचना नहीं मिली। भारत अपनी संप्रभुता की रक्षा करने और अपने लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह तैयार है।"
सेना की सतर्कता और तकनीकी श्रेष्ठता
इस हमले में भारत ने अपनी गतिज क्षमताओं जैसे कि एंटी-ड्रोन सिस्टम, मिसाइल डिफेंस तंत्र और क्विक रिएक्शन फोर्स (QRF) का इस्तेमाल किया। इसके साथ ही गैर-गतिज उपायों जैसे रेडियो फ्रीक्वेंसी जैमिंग और साइबर रुकावटों ने ड्रोन की दिशा और नियंत्रण प्रणाली को असफल किया।
स्थानीय लोगों में बनी रही चिंता, लेकिन हालात नियंत्रण में
हमले के समय सीमावर्ती इलाकों में अफरा-तफरी का माहौल था, लेकिन किसी भी तरह की जानमाल की हानि नहीं हुई। सेना और स्थानीय प्रशासन ने मिलकर स्थिति को जल्दी सामान्य कर दिया।
रणनीतिक संकेत
विशेषज्ञों के अनुसार यह हमला पाकिस्तान की ओर से भारत की सुरक्षा तैयारियों को परखने की कोशिश हो सकती है, खासकर ऐसे समय में जब सीमा पर सुरक्षा बल पहले से हाई अलर्ट पर हैं। भारत की सख्त और सुनियोजित प्रतिक्रिया ने एक बार फिर साबित किया है कि वह किसी भी चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।