काठमांडू, नेपाल: सागरमाथा संवाद के अवसर पर भारत और नेपाल के बीच पर्यावरणीय सहयोग को लेकर एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया। भारत सरकार के वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री तथा सांसद भूपेंद्र सिंह यादव ने नेपाल की विदेश मंत्री डॉ. अर्जुना राणा देउबा से मुलाकात कर द्विपक्षीय मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की।
इस उच्चस्तरीय वार्ता में दोनों देशों ने जलवायु सहनशीलता और सतत भविष्य की दिशा में मिलकर काम करने के अपने संकल्प को दोहराया। बैठक के दौरान स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देना, जैव विविधता का संरक्षण तथा भूमि क्षरण को रोकने जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श हुआ।
भूपेंद्र सिंह यादव ने कहा, “भारत और नेपाल के बीच सांस्कृतिक, भौगोलिक और सामाजिक जुड़ाव ऐतिहासिक रूप से गहरा रहा है। अब समय आ गया है कि हम इन संबंधों को पर्यावरणीय साझेदारी में भी बदलें। जलवायु संकट कोई एक देश की चुनौती नहीं है, बल्कि यह वैश्विक समुदाय के लिए सामूहिक जिम्मेदारी है।”
नेपाल की विदेश मंत्री डॉ. अर्जुना राणा देउबा ने भी इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि नेपाल, विशेष रूप से हिमालयी क्षेत्र, जलवायु परिवर्तन के गंभीर प्रभावों का सामना कर रहा है और भारत जैसे पड़ोसी देश के साथ सहयोग से इससे निपटने में मदद मिलेगी।
सागरमाथा संवाद: एक वैश्विक मंच
सागरमाथा संवाद नेपाल सरकार द्वारा आयोजित एक बहुपक्षीय मंच है, जो जलवायु परिवर्तन, सतत विकास और वैश्विक सहयोग जैसे विषयों पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एक मंच पर लाता है। इस संवाद में विभिन्न देशों के नीति-निर्माता, विशेषज्ञ, और पर्यावरणविद भाग लेते हैं।
इस वार्ता के माध्यम से भारत और नेपाल ने न केवल आपसी सहयोग को मजबूती दी है, बल्कि पूरी दुनिया के सामने एक सकारात्मक संदेश भी दिया है – कि क्षेत्रीय एकता और साझेदारी के माध्यम से ही हम जलवायु संकट जैसे वैश्विक मुद्दों का समाधान खोज सकते हैं।