नाखनोल गांव बना नगर पालिका टपकुड़ा का कूड़ाघर, ग्रामीणों में आक्रोश, बीमारी और बदबू से जनजीवन अस्त-व्यस्त: उपखण्ड अधिकारी टपूकड़ा को सौंपा ज्ञापन

📍 अनिल बजाज — ब्यूरो चीफ, खैरथल-तिजारा

टपकुड़ा नगर पालिका द्वारा ग्राम नाखनोल में निरंतर डाला जा रहा कचरा अब ग्रामीणों के लिए जानलेवा बनता जा रहा है। गंदगी से उठती दुर्गंध, दूषित जलवायु और चर्म रोग जैसी बीमारियों के फैलाव ने गांववासियों का जीवन संकट में डाल दिया है।

🛑 चुपचाप गाँव में फेंका जा रहा है शहर का कचरा

टपकुड़ा नगरपालिका के वाहन लगातार ग्राम नाखनोल की सीमाओं पर नगर का ठोस और तरल कचरा डंप कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि न तो उन्हें इसकी कोई पूर्व सूचना दी गई और न ही ग्राम पंचायत या प्रशासन से इसकी अनुमति ली गई।

😷 बढ़ रहे हैं चर्मरोग और संक्रमण

गांव के लोगों ने बताया कि कई घरों में बच्चे और बुजुर्ग चर्मरोग, खुजली, फोड़े-फुंसी और त्वचा संक्रमण से पीड़ित हैं। जल स्रोतों के पास गंदगी जमा हो जाने से पीने का पानी भी संदिग्ध हो गया है। पशुओं में भी बीमारियाँ फैल रही हैं।

🌫️ बदबू से दम घुटने की स्थिति, घरों में रहना हुआ मुश्किल

स्थानीय निवासी शेरखान और साजिद का कहना है कि “कई बार नगरपालिका के ट्रक रात के समय गंदगी खाली कर जाते हैं, जिससे पूरे गांव में इतनी बदबू फैल जाती है कि घरों में बैठना भी मुश्किल हो जाता है।”

📜 उपखंड अधिकारी को सौंपा ज्ञापन, जताया रोष

गंभीर हालात को देखते हुए गांववासियों ने एकत्र होकर उपखंड अधिकारी कार्यालय पहुंचकर विरोध दर्ज करवाया और ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों ने ज्ञापन के माध्यम से प्रशासन से यह मांग की कि:

  • तत्काल प्रभाव से नाखनोल में कूड़ा डालना बंद किया जाए।
  • पहले से डाली गई गंदगी को हटाकर जमीन को सैनिटाइज किया जाए।
  • संबंधित अधिकारियों और नगरपालिका पर जिम्मेदारी तय हो।
  • ग्रामवासियों के स्वास्थ्य परीक्षण और आवश्यक दवाइयों की व्यवस्था की जाए।

👥 सामूहिक नेतृत्व में उठी आवाज

ज्ञापन देने वालों में प्रमुख रूप से पूर्व सरपंच व भीम आर्मी प्रदेश सचिव सद्धाम हुसैनशेरखानजावेदरसीदसाजिदअजीजताहिरजाविदरामीसतेंद्रविनोदजहीरराहुलसंजयअली मोहम्मदभूपसिंहरघुवीरहिम्मतसलेमविकासदुरुखान सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे।

⚠️ ग्रामीणों की चेतावनी: जल्द समाधान नहीं हुआ तो होगा आंदोलन

गांववासियों ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाता तो वे धरना-प्रदर्शन करेंगे और जनआंदोलन छेड़ेंगे।