खैरथल मंडी में लूटकांड से उभरा व्यापारी असंतोष, पुलिस की कार्यशैली पर उठे सवाल

रिपोर्ट: प्रगति न्यूज़ ब्यूरो, खैरथल

📅 दिनांक: 11 जुलाई 2025

राजस्थान के अलवर जिले की खैरथल कृषि उपज मंडी इस समय भारी असंतोष और आक्रोश का केंद्र बन चुकी है। 5 दिन पूर्व मंडी परिसर में हुई ढाई लाख रुपए की लूट की घटना ने जहां व्यापारियों की सुरक्षा पर प्रश्नचिह्न लगा दिया है, वहीं पुलिस की निष्क्रियता ने हालात को और गंभीर बना दिया है।

धरना स्थल बना मंडी परिसर

घटना के पांच दिन बाद भी जब पुलिस किसी भी आरोपी को पकड़ने में असफल रही, तो व्यापारियों का धैर्य जवाब दे गया। व्यापारियों ने मंडी परिसर में अनिश्चितकालीन धरने की घोषणा करते हुए संपूर्ण व्यापार ठप कर दिया है। रोज़ाना लाखों का कारोबार करने वाली इस मंडी में अब सन्नाटा पसरा हुआ है।

थानाधिकारी को लौटना पड़ा खाली हाथ

थानाधिकारी राकेश मीणा जब धरना समाप्त करवाने के लिए पहुंचे, तो व्यापारियों ने उनकी एक भी बात नहीं मानी और उन्हें बैरंग लौटा दिया। व्यापारियों का कहना है कि जब तक लुटेरों की गिरफ्तारी नहीं होती, तब तक मंडी का ताला नहीं खुलेगा।

राजनीतिक हस्तक्षेप भी असफल

धरना स्थल पर पहुंचे किशनगढ़बास विधायक दीपचंद खैरिया ने आश्वासन दिया कि वे स्वयं एसपी से मिलकर व्यापारियों को न्याय दिलवाएंगे। हालांकि व्यापारियों का गुस्सा उस समय और बढ़ गया जब पूर्व विधायक रामहेत यादव ने सिर्फ वीडियो संदेश जारी कर चिंता जताई, लेकिन धरना स्थल पर नहीं पहुंचे।

करोड़ों का व्यापार प्रभावित, प्रशासन मौन

मंडी सचिव राजेश कर्दम के अनुसार अब तक मंडी बंद रहने से करीब एक करोड़ रुपए का व्यापार प्रभावित हो चुका है। हर दिन नुकसान झेल रहे व्यापारी अब और इंतज़ार करने को तैयार नहीं हैं।

व्यापार समिति का सख्त रुख

व्यापार समिति अध्यक्ष सर्वेश गुप्ता ने कहा:

आज शाम 5 बजे व्यापारियों की समिति एक अहम बैठक कर आगे की रणनीति तय करेगी, जिसमें चक्का जाम या उपज का जिले के बाहर भेजने जैसे कठोर निर्णय लिए जा सकते हैं।


📌 विशेष विश्लेषण

खैरथल मंडी लूटकांड न केवल सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलता है, बल्कि यह भी उजागर करता है कि छोटे व्यापारियों के साथ न्याय के लिए उन्हें खुद सड़कों पर उतरना पड़ता है। प्रशासनिक संवेदनशीलता की कमी ने हालात को और तनावपूर्ण बना दिया है।