उदयपुर (राजस्थान) उदयपुर जिले में बिजली विभाग की लापरवाही लगातार आमजन के लिए जानलेवा साबित हो रही है। हाल ही में जिले के सराड़ा और देलवाड़ा क्षेत्रों से दो दर्दनाक हादसे सामने आए हैं, जिनमें एक युवक और एक वृद्ध व्यक्ति की जान चली गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सराड़ा कस्बे में एक युवक की मौत करंट लगने से हो गई, जब वह गलती से टूटे हुए बिजली के तारों की चपेट में आ गया। इसी प्रकार, देलवाड़ा में एक वृद्ध व्यक्ति को खुले तारों ने अपनी चपेट में ले लिया, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि बिजली निगम द्वारा टूटी हुई लाइनों और लटकते तारों की समय पर मरम्मत नहीं की जा रही है। विभागीय अनदेखी के कारण कई स्थानों पर बिजली के तार जमीन पर लटक रहे हैं या खुले में टूटे पड़े हैं, जो कभी भी गंभीर हादसों को जन्म दे सकते हैं।
इसके अलावा, लाइन-फीडरों की मरम्मत के नाम पर लगातार की जा रही बिजली कटौती ने लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। स्कूल, अस्पताल और घरेलू जीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में तो यह कटौती कई-कई घंटों तक चलती है।
इन घटनाओं से आक्रोशित ग्रामीणों ने बिजली विभाग के खिलाफ प्रदर्शन भी किया है और मांग की है कि दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए तथा पूरे जिले में विद्युत व्यवस्था को सुचारु किया जाए।
स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधियों ने इस मुद्दे को गंभीरता से उठाते हुए सरकार से मांग की है कि बिजली विभाग की लापरवाही से हो रही जनहानि पर रोक लगाने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं।
यदि समय रहते कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई, तो ग्रामीण क्षेत्रों में आंदोलन की चेतावनी भी दी गई है।