अजीजपुर जातीय हमले के विरोध में खैरथल में सौंपा गया ज्ञापन, दलित समाज के प्रबुद्धजनों ने उठाई न्याय की मांग
खैरथल (जिला तिजारा), 16 जून 2025 ग्राम अजीजपुर में 21 मई को दलित समाज पर हुए हिंसक हमले को लेकर आज अनुसूचित जाति जनजाति संयुक्त संघर्ष समिति खैरथल-तिजारा के तत्वाधान में खैरथल में एक व्यापक प्रतिनिधिमंडल ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में दोषियों की गिरफ्तारी, निष्पक्ष जांच और पीड़ित पक्ष को सुरक्षा एवं मुआवजा देने की मांग की गई।
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व समिति के अध्यक्ष श्री रामबाबू जाटव ने किया। इस अवसर पर दलित समाज के अनेक प्रबुद्धजन, सामाजिक कार्यकर्ता, अधिवक्ता और जागरूक नागरिक बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
🟥 ज्ञापन में उठाए गए प्रमुख बिंदु:
- 21 मई की सुबह करीब 5:30 बजे अजीजपुर गांव में दलित (जाटव) समाज के लोगों पर ओढ़ राजपूत समाज के लगभग 70 लोगों ने सुनियोजित तरीके से हमला किया।
- FIR संख्या 100/2025 में 59 आरोपियों के नाम हैं, परंतु अब तक मात्र 4 गिरफ्तारियां हुई हैं।
- जांच अधिकारी राजेन्द्र निर्वाण (उप अधीक्षक, किशनगढ़ बास) पर पक्षपात का आरोप है, जिन्हें हटाने की मांग की गई।
- पीड़ित पक्ष पर दबाव बनाने हेतु महिला थाना में झूठी FIR संख्या 029/2025 दर्ज करवाई गई।
- पुलिस प्रशासन ने पीड़ितों को धमकाया कि यदि समझौता नहीं किया तो उनकी भी गिरफ्तारी हो सकती है।
✅ प्रमुख मांगें:
- सभी नामजद आरोपियों की 5 दिवस में गिरफ्तारी।
- जांच अधिकारी को हटाकर निष्पक्ष जांच।
- पीड़ितों को सुरक्षा व मुआवजा।
- झूठी FIR में FR (Final Report)।
- SC/ST आयोग और मानवाधिकार आयोग से स्वतंत्र जांच।
👥 इस अवसर पर मौजूद प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधि:
- श्री रामचन्द्र कॉमरेड
- श्री राजेन्द्र रसगोन
- श्री ताराचन्द खोयड़ावाल (संस्थापक – मजदूर विकास फाउंडेशन)
- श्री मदनलाल वर्मा
- श्री संजय चौधरी
- श्री गिर्राज प्रसाद एडवोकेट
- श्री गंगाराम दांतला
- श्री धर्मपाल ठेकेदार
- श्री हुकम चन्द (खानपुर मेवान)
- श्री गिर्राज प्रसाद (सिवाना)
- श्री मदन (सरपंच)
- श्री कंवर सिंह (घाटला)
- श्री श्याम लाल (रायपुर मेवान)
- श्री भगवान दास (नूरनगर)
- श्री मक्खन लाल (बड़ी)
- श्री मम्मन राम (जीलोता)
- श्री लक्ष्मी नारायण
- श्री बाबूलाल मीणा (मुण्डावर)
- श्री होशयार सिंह (राजोरा)
- श्री अमीलाल जी (रसगण)
- श्री सोनू (अजीजपुर)
- श्री रघुवीर सिंह (कार्यकारिणी सदस्य)
इन सभी सामाजिक कार्यकर्ताओं व नेताओं ने एकमत से प्रशासन को चेताया कि यदि 5 दिनों में न्यायिक कार्रवाई नहीं की गई, तो दलित समाज सड़कों पर उतरने को मजबूर होगा।
✊ संविधानिक अधिकारों की रक्षा हेतु संघर्ष जारी रहेगा
संयुक्त संघर्ष समिति ने स्पष्ट कहा कि यह लड़ाई केवल अजीजपुर गांव की नहीं, बल्कि पूरे समाज के सम्मान, सुरक्षा और समानता की है। यदि प्रशासन निष्पक्षता और संवेदनशीलता से कार्य करेगा, तो अनुसूचित जाति समाज सदैव आभार व्यक्त करेगा। लेकिन यदि न्याय से इंकार किया गया, तो आंदोलनात्मक रास्ता अख्तियार किया जाएगा।
📌 रिपोर्ट: प्रगति न्यूज़