नीमराणा, अलवर जिले के नीमराणा कस्बे में शुक्रवार शाम एक दर्दनाक हादसे में बिजली विभाग के फॉल्ट रिस्पॉन्स टीम (FRT) के एक कर्मी की करंट लगने से मौत हो गई। घटना के बाद गुस्साए परिजनों और सैकड़ों ग्रामीणों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) में जमकर विरोध प्रदर्शन किया। आक्रोशित लोग मृतक का शव लेने से इनकार करते हुए पीड़ित परिवार को मुआवजा और मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग पर अड़ गए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बिजली कर्मी एक तकनीकी समस्या को ठीक करने के लिए पोल पर चढ़ा था, तभी हाईटेंशन लाइन की चपेट में आकर उसकी मौके पर ही मौत हो गई। ग्रामीणों का आरोप है कि विभाग की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ है, क्योंकि लाइन बंद कराए बिना ही कर्मचारी को काम करने भेजा गया।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और बिजली विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन परिजनों का कहना है कि जब तक उन्हें लिखित आश्वासन नहीं दिया जाता, वे शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। वे मृतक की पत्नी को विभाग में नौकरी, 50 लाख रुपये का मुआवजा और दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
विभाग के सहायक अभियंता (AEN) द्वारा इस संबंध में जानकारी से इनकार करने पर लोगों में और अधिक आक्रोश फैल गया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि विभाग हादसे के बाद पल्ला झाड़ रहा है, जबकि हर साल ऐसे कई हादसे होते हैं, जिनमें कर्मचारियों की जान चली जाती है।
इस घटना ने एक बार फिर से विद्युत विभाग की कार्यप्रणाली और सुरक्षा मानकों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। मौके पर मौजूद स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी विभागीय लापरवाही की जांच की मांग की है।