खैरथल गौशाला बूढ़ावाली में कल सुबह 10 बजे गौ-सवामणि आयोजन, रामोतार चौधरी ने कहा – यह गौ सेवा, न कि राजनीति

खैरथल गौशाला बूढ़ावाली में कल सुबह 10 बजे गौ-सवामणि आयोजन, रामोतार चौधरी ने कहा – यह गौ सेवा, न कि राजनीति
खैरथल। खैरथल की बूढ़ावाली गौशाला में कल सुबह 10 बजे एक विशेष गौ-सवामणि का आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन पूर्व लोक अभियोजक मुण्डावर श्री रामोतार चौधरी के पौत्र रत्न प्राप्ति के उपलक्ष्य में किया जा रहा है। श्री चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि यह सवामणि केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि एक संदेशात्मक आयोजन है—जो उन लोगों के लिए है जिन्होंने खैरथल मुख्यालय के नाम परिवर्तन को लेकर विवाद खड़ा किया और गौ सेवा के नाम पर राजनीति की।

श्री चौधरी ने प्रगति न्यूज़ के संपादक को बताया कि यह सवामणि “सद्बुद्धि के लिए” की जा रही है, ताकि समाज में भाईचारा और सच्ची धर्मनिष्ठा बनी रहे। उन्होंने कहा—

“बीजेपी के कुछ नेताओं ने हाल ही में कहा था कि जो लोग नाम परिवर्तन का विरोध कर रहे हैं, वे राम मंदिर के विरोधी और गौ हत्यारे हैं। मैं साफ कहना चाहता हूँ कि हम गो हत्यारे नहीं, बल्कि गौ सेवक हैं। हमारी परंपरा और संस्कार गौमाता की सेवा में निहित हैं, राजनीति में नहीं।”

इस अवसर पर मुण्डावर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अखिलेश कौशिक, पूर्व अध्यक्ष हेमंत राय शर्मा, कांग्रेस नेता बलवंत सिंह, सहित कई सामाजिक कार्यकर्ता और स्थानीय ग्रामीण उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम में गौमाता की पूजा-अर्चना के साथ भजन-कीर्तन और प्रसादी वितरण किया जाएगा।

कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने कहा कि गौशाला केवल पशुओं का आश्रय नहीं, बल्कि संवेदना और संस्कृति का प्रतीक है। यदि समाज में हर व्यक्ति एक गौमाता की सेवा का संकल्प ले, तो न केवल धर्म की रक्षा होगी बल्कि पर्यावरण और मानवता का भी कल्याण होगा।

रामोतार चौधरी ने कहा कि खैरथल की पहचान सेवा, सद्भाव और एकता से है—नाम परिवर्तन या राजनीति से नहीं। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि “हमने हमेशा लोगों को जोड़ा है, बाँटा नहीं। यह गौ-सवामणि उसी भावना का प्रतीक है।”

इस धार्मिक आयोजन से क्षेत्र में एक सकारात्मक संदेश देने की उम्मीद है कि गौ सेवा और धार्मिक आस्था किसी राजनीतिक दल या विचारधारा की संपत्ति नहीं, बल्कि संपूर्ण समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है।

(रिपोर्ट: प्रगति न्यूज़, खैरथल)

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