दिल्ली, पूरे भारत वर्ष में श्रद्धेय भंते करुणा शील राहुल जी के नेतृत्व में चल रहे “जीवन को श्रेष्ठ बनाने का आंदोलन” के तहत दिनांक 31 अगस्त 2025 (रविवार) को राजधानी दिल्ली में एक दिवसीय मीटिंग का सफल आयोजन हुआ।
कार्यक्रम का शुभारम्भ सुबह 9:00 बजे हुआ और विभिन्न सत्रों के पश्चात् शाम 5:00 बजे सामूहिक मंगल पाठ के साथ सम्पन्न हुआ। आयोजन स्थल प्यारे लाल भवन, आईटीआई के निकट, नई दिल्ली रहा, जहाँ बड़ी संख्या में देशभर से उपासक-उपासिकाओं ने भाग लेकर धम्म चर्चा, साधना और सामाजिक उत्थान पर विचार-विमर्श किया।
खैरथल से विशेष सहभागिता
खैरथल और आसपास के क्षेत्रों से उपासक-उपासिकाओं का एक बड़ा जत्था सुबह 6 बजे बस द्वारा दिल्ली के लिए रवाना हुआ और पूरे दिन के इस आध्यात्मिक आयोजन में सम्मिलित रहा।
उपस्थिति दर्ज कराने वाले उपासक-उपासिकाएँ
- रसगण से: अमीलाल रसगण, राजवती देवी, धर्मपाल, विमला देवी, माया देवी, रामप्रसाद।
- जिलोता से: गिर्राज प्रसाद, लल्लू राम, मम्मन राम।
- खैरथल से: रघुवीर सिंह, हरदयाल।
- अन्य क्षेत्र से: विजयकुमार (नूरनगर), रामरत्न (तिनकीरूड़ी), पतराम (दादरहेड़ा), ताराचन्द व शेरसिंह (नांगल संतोकड़ा), सन्तराम।
साथ ही उपासिकाओं में आकांक्षा, कोमल, हिमांशी, सपना, तन्वी, वन्दना, स्नेहा, प्रियंका, श्रुति, निकिता, गौरी, काजल, सलौनी, नन्दू आदि ने सक्रिय भागीदारी निभाई।
प्रमुख सम्पर्क
- अमीलाल – 📞 7976922553
- रघुवीर सिंह – 📞 6378831634
भंते करुणा शील राहुल जी का मार्गदर्शन
भंते जी ने साधना, नैतिक जीवनशैली और करुणा-मैत्री को सामाजिक जीवन में उतारने पर विशेष बल दिया। उन्होंने कहा कि—
“धम्म का अभ्यास ही जीवन को श्रेष्ठ बनाता है और समाज में शांति, समता और भाईचारे को स्थापित करता है।”
खैरथल में बौद्ध विहार की पहल
दिल्ली में सम्पन्न इस आयोजन के बाद खैरथल क्षेत्र में बौद्ध विहार निर्माण की दिशा में ठोस कदम उठाने का निर्णय लिया गया।
- इसके लिए समाज के बुद्धिजीवियों, उपासक-उपासिकाओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं की जल्द ही एक मीटिंग आयोजित होगी।
- बैठक में समिति का गठन, कानूनी रजिस्ट्रेशन, भूमि चयन और वित्तीय व्यवस्था पर विचार किया जाएगा।
- विहार का उद्देश्य न केवल धार्मिक साधना केंद्र बनना होगा, बल्कि यह शिक्षा, सामाजिक उत्थान और समता का संदेश देने वाला धम्म केंद्र होगा।
ताराचन्द खोयड़ावाल और सेवानिवृत्त अध्यापक रघुवीर सिंह व अमीलाल बौद्ध की सामूहिक चर्चा में विचार।
“समाज के सहयोग से खैरथल में बौद्ध विहार बनाया जाएगा और जो भी कानूनी प्रक्रिया है, उन्हें पूरी पारदर्शिता के साथ सम्पन्न किया जाएगा।”
🙏 इस प्रकार दिल्ली की जीवन-उन्नयन मीटिंग ने न केवल धम्म साधना और जीवन-निर्माण का संदेश दिया, बल्कि खैरथल में बौद्ध विहार निर्माण की दिशा में समाज को एक नई प्रेरणा भी प्रदान की।



