खैरथल: जाटव समाज के वरिष्ठ समाजसेवी मदन लाल वर्मा ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अगर खैरथल को जिला मुख्यालय से वंचित किया गया, तो समाज में गहरी नाराज़गी होगी। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि हालात बिगड़े तो 2 अप्रैल जैसे आंदोलन दोबारा देखने पड़ सकते हैं।
वर्मा ने कहा कि खैरथल की जनता ने लंबे समय से संघर्ष किया है और अब किसी भी कीमत पर मुख्यालय को अन्यत्र ले जाना बर्दाश्त नहीं होगा। उन्होंने सभी समाज के लोगों से एकजुट रहने और लोकतांत्रिक तरीके से अपनी आवाज़ बुलंद करने की अपील की।
👉 उन्होंने सरकार को सचेत किया कि खैरथल की अनदेखी करना राजनीतिक और सामाजिक दोनों दृष्टि से भारी पड़ सकता है।