प्रगति न्यूज़ संवाददाता देवराज मीणा, मुंडावर
मुंडावर तहसील के राठ क्षेत्र में बीती रात रुक-रुक कर हुई बारिश ने किसानों की चिंता और बढ़ा दी है। लगातार बरसात के चलते खेतों में कटी हुई बाजरे की फसल भीग गई है, जिससे किसानों को भारी नुकसान की आशंका है।
क्षेत्र में पककर तैयार बाजरे की फसल की कटाई जहां प्रभावित हुई है, वहीं पहले से कटी फसल का भीगना उसकी गुणवत्ता पर असर डाल सकता है।
मुंडावर पूर्व प्रधान सम्मी चौधरी पिपली, सामाजिक कार्यकर्ता देवेंद्र सिंह चौहान और ठेकेदार बड़ोद ने बताया कि बारिश से कटी हुई फसल के दाने खराब हो सकते हैं, जिससे बाजार में प्रति क्विंटल लगभग ₹200 तक कम भाव मिलने की संभावना है। साथ ही भीगी हुई फसल से कड़वी (पशु चारा) भी खराब हो रही है, जो किसानों के लिए दोहरी मार साबित हो रही है।
ग्राम पंचायत सोडावास, करनीकोट, पिपली, हटुंडी, बधीन, सामदा, राजवाड़ा, भानोत, मुंडवाड़ा कला और माजरी खोला के किसानों का कहना है कि खेतों में खड़ी पकी हुई बाजरे की फसल में भी दाने खराब होने का खतरा मंडरा रहा है।
किसान गुड्डन चौधरी, बिल्लू सिवाग सोडावास, मनोज अम्बावत और रामोतार चौधरी ने बताया कि पिछले दो-तीन दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश ने फसल कटाई का काम रोक दिया है। खेतों में पड़ी कटी फसल भीगने से दानों का रंग खराब हो सकता है, जिससे बाजार में भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।