जयपुर के सीतापुरा औद्योगिक क्षेत्र में सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान चार सफाईकर्मियों की दम घुटने से हुई दर्दनाक मृत्यु अत्यंत दुःखद और हृदय विदारक है। इस भीषण हादसे ने एक बार फिर हमारे समाज में सफाईकर्मियों की सुरक्षा और गरिमा से जुड़े गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
इस दुःखद घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। ईश्वर उन्हें यह असहनीय पीड़ा सहन करने की शक्ति प्रदान करे।
अलवर, डीग, बीकानेर के बाद अब जयपुर में हुई यह त्रासदी भाजपा सरकार की घोर लापरवाही और सफाईकर्मियों के प्रति उसकी उदासीनता का स्पष्ट प्रमाण है। यह न केवल मानवीय मूल्यों के विरुद्ध अपराध है, बल्कि मौजूदा शासन व्यवस्था की असफलता को भी उजागर करता है।
मैं सरकार से मांग करता हूं कि:
- मृतकों के परिजनों को समुचित आर्थिक सहायता तुरंत प्रदान की जाए।
- घटना की उच्च स्तरीय जांच करवाई जाए और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए।
- भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए प्रभावी और ठोस सुरक्षा उपाय सुनिश्चित किए जाएं।
यह केवल एक दुर्घटना नहीं, बल्कि हमारी सामाजिक और प्रशासनिक व्यवस्था के लिए एक चेतावनी है। अब और चुप नहीं रहा जा सकता — समय है कि सरकार जागे और जिम्मेदारी ले।
– टीका राम जूली
नेता प्रतिपक्ष,राजस्थान